Big Bang theory Scientific Region
दो महाशक्ति का महाविस्फोट (Big Bang Theory का दार्शनिक एवं वैज्ञानिक प्रक्रिया)
आग (+) का कोण = 45°
पानी (–) का कोण = 45°
दोनों जब मिलते हैं तो 90° का पूर्ण कोण बनता है।
⚡ यहीं होता है महाविस्फोट (Mahavisphot) –
जहाँ आग और पानी का मिलन → हवा (– +) में बदल जाता है। यानी कि यह केवल दार्शनिक नहीं, बल्कि एक वैज्ञानिक प्रक्रिया भी है।
इसे वैज्ञानिक भाषा में समझें
❤️ दो विपरीत ऊर्जा (Energy Opposites)
आग (+) = ऊष्मा, प्रकाश, Plasma रूप
पानी (–) = द्रव, शांति, Potential रूप
❤️ कोणीय मिलन (Angular Collision)
आग 45° से आती है
पानी 45° से आती है
दोनों का जोड़ = 90°
90° = समकोण (Perfect Balance Point)
🔺 विज्ञान में 90° का अर्थ है संतुलन और स्थिरता।
3. मिलन का परिणाम
आग (ऊष्मा) और पानी (शीतलता) का संतुलन
दोनों मिलकर हवा (गैस / वायुमंडल / Breath) बनाते हैं। यही हवा जीवन (Prana) का आधार है।
❤️ आग (+) – Pressure
चित्र के ऊपर बाईं ओर आग को दिखाया गया है।
आग ऊर्जा, प्रकाश और ताप का प्रतीक है।
इसमें 1° Pressure है यानी दबाव और संकेंद्रण की शक्ति। आग का स्वभाव है फैलाना और गति देना।
❤️ पानी (–) – Current
चित्र के ऊपर दाईं ओर पानी को दिखाया गया है।
पानी शांति, प्रवाह और स्थिरता का प्रतीक है।
इसमें 7° Current है यानी सात स्तर का प्रवाह और बहाव। पानी का स्वभाव है संतुलन और ठंडक देना।
❤️ महाविस्फोट (Big Bang)
जब आग का 1° Pressure और पानी का 7° Current
45° + 45° = 90° कोण पर टकराते हैं, तब होता है महाविस्फोट। इस टकराव से एक अद्भुत चमक (सात रंगों में) निकलती है।
साथ ही एक अखंड ध्वनि (आद्य-नाद) उत्पन्न होती है, जिसे दोबारा खंडित नहीं किया जा सकता।
यह ध्वनि ही सृष्टि का मूल है।
👉 हो भाषा में इसे कहा गया है:
“षड़ि गे षिञवोंगा, चिति दो मरागं वोंगा।”
(आग और पानी के मिलन से हवा उत्पन्न होती है।)
❤️ हवा (Life)
महाविस्फोट के बाद आग (+) और पानी (–) का संतुलन → हवा (– +) बनाता है।
यही हवा जीवन की सांस (Prana) है।
यही पंचतत्वों का पहला आधार है।
इसी को शिशु वेद कहा गया है (पाँचवाँ वेद), क्योंकि यह जन्म और जीवन का मूल रहस्य है।
आग = Pressure (ऊर्जा)
पानी = Current (प्रवाह)
दोनों का मिलन = महाविस्फोट
परिणाम = हवा (जीवन)
यानी कि ब्रह्मांड की शुरुआत दो महाशक्तियों के टकराव से हुई और उसी से जीवन का जन्म संभव हुआ।