In the human heart, Warang Chiti Ong
“In the human heart, Warang Chiti Ong “ओ’ङ” Ong केवल एक अक्षर नहीं, बल्कि ब्रह्माण्ड की ध्वनि है।वारङ चिति हो समाज की मौलिक और वैज्ञानिक लिपि है। इसमें ३२ अक्षर हैं, जिनमें पहला और सबसे मूल अक्षर है – “ओ’ङ” यही “ओङ” सम्पूर्ण सृष्टि का बीज है, क्योंकि इससे ही बाकी सभी ध्वनियों और अक्षरों की उत्पत्ति होती है। मानव शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग हृदय (Heart) है। यह रक्तसंचार का केन्द्र है, जीवन की धड़कन है। वारङ चिति लिपि में इसे “ओङ” (मूल अक्षर) है “ओङ” केवल एक ध्वनि नहीं, बल्कि ब्रह्माण्डीय ऊर्जा और नाद का प्रतीक है। विज्ञान ने यह भी सिद्ध किया है कि ब्रह्माण्ड स्वयं एक ध्वनि-तरंग (Cosmic Vibration) से भरा है। नासा और खगोलविदों ने अंतरिक्ष में जो गूँज (Cosmic Background Radiation) पाई है, वह “ओ’ङ” Ong की ध्वनि से मिलती है।
“ओ’ङ” का उच्चारण लगभग 136.1 Hz की आवृत्ति उत्पन्न करता है, जो पृथ्वी की प्राकृतिक तरंग (Schumann Resonance) से मेल खाती है।