हो हुदा आंदि दोष्तुर (विवाह सम्पन्न)
1. सृष्टि के अनुकुल यौगिक काल के पहले विवाह होना सभ्यता और प्रकृति के विरूद्ध है। 2. बाल विवाह प्रकृति से दुश्मनाई का लक्षण है। 3. सगुन-अपसगुन को सावधान और शुद्ध के परख के बाद ही शादी का व्योरा होना होशियारी का काम है। 4. शादी का काल, वक्त, तिथि अथवा मुहुर्त ज्ञान वो निर्धारण…