कबोय डोगोर-“जुम्बुई गुंडी”
जुम्बुई गुंडी लःई रे सेंगेल चियं जुलोःअ, जा चिमिनेः जोमे रेयो एना मेन्ते काए बियोःअ। बुगिनःए नेल नम रे एसु जति गेः हायाओःअ, जा चिलिका तेरेयो एना दो बडगे जोमे सुकुउअ।। जुम्बुई गुंडी दो एसु गेः इलब जलबा, अतिङ तन रेयो सामा निरा निराए जोेजोमा। संगि तला कोयतेयो निर ओल्ल तेयः अए बुदिइया, इंञ गे…