The Secret of Warang Chiti Ong
लोग इस कहते हैं यह एक Simple Logo, Symbol हैं।
कोई कहता है प्रकृति (Nature ), सर्वशक्तिमान, ज्ञान की आँख ……… इत्यादि और वराङ्ग चिति एक शक्ति का प्रतीक हैं। जब इसे हमारे लोगों ने समाज के लिए बनाया है तो उसके पीछे कोई Concept तो है। Scientifically हम इसे समझने का कोशिश करेंगे। Science के आधार पर दुनिया की हर चीज Atom (GOD Particle) से बना है। बस Composition का Proportion अलग -अलग हैं। 1) इस Concept के आधार पर प्रकृति(Nature) , सूर्य ,चन्द्रमा , कण – कण में GOD है
हम आदिवासी प्रकृति के पूजक हैं। प्रकृति में जो शक्तियां (बोंगा) है उनको पूजते हैं।
For Example :-
SUN (Solar Energy ) = सिंगबोंगा
WATER Energy (KE & PE) = नगे एरा बोंगा
WIND Energy = होर्लोसि बोंगा
. … इत्यादि
GOD, जब हर जगह, कण -कण में हैं तो सब जगह POWER/ENERGY है हम आदिवासी लोग इसे शक्ति को बोंगा मानते हैं। इन शक्तियों को हमारे पूर्वजों ने बोंगा के रूप में महशुस किया ।
God particle विकास और विनाश का रूप भी है इन को आप As a Constructive Energy (Nuclear Electric Energy) , या As a Destructive Energy (Nuclear Bomb) के रूप में use हो सकता है।
अब दुनिया में अच्छे शक्तियां (बोंगा) भी हैं बुरे भी।
2) Frequency/ Vibration :- दुनिया में हर चीज का एक Frequency या Vibration होता है। Positive and Negative Vibration.
हमें किसी शक्ति (बोंगा ) को Connection करना है तो हम आपने Frequency उसके Frequency से match करते हैं।
Frequency /Vibration match करने लिए मंत्र (ध्वनि ) जपते है जब पुजारी (देवां या दिउरी ) का freqency/Vibration उस शक्ति (बोंगा ) के freqency/Vibration से match हो के superimpose/Resonance होता है तो उस के शरीर में कम्पन (रुम) होता है और उसपे वो शक्ति (बोंगा ) आ जाता है।
For Example : a) Army में जब सैनिक को किसी पूल (Bridge) पार करता है तो उन्हे कदम ताल नहीं करने को कहा जाता है।
Scientific Reason ये है की कदम ताल और Bridge का frequency / vibration एक हो जाने से fequency resonance के चलते Bridge टूट सकता है।
b) एक युवा का एक युवती Frequency match होता हैंतो एक -दूसरे को पसंद करने लगते हैं। अगर Frequency match न होतो , समझ सकते हैं।
३ ) आध्यात्मिक :- ONG and OM को sound of Universe कहा गया है।
a) ONG के सही उच्चारण से कहा गया कि
This Activates the second and Sixth Chakras (ज्ञान की तीसरी आँख ), Activating Creativity and Will Power.
b) Buddhism में Six Sounds (Ong, ma, ni , bei, mei, hong)
According to Buddhism 1st sound ONG .
“Ong” relates to the heart of wisdom. This is the wisdom of the universe. The “Ong” sound can help with problems in the eyes, the ears, the nose, and with all kinds of headaches and head problems.
मेरा कहना है कि इसके उच्चारण में शक्ति हैं। इस लिए वराङ्ग चिति शक्ति का प्रतीक है।
Note :- उससे भी बड़ी बात यह हमारे समाज को एक पहचान देती है।
यह हमें एक एकता में बनाये रखती है।यह किसी एक ब्यक्ति को Represent नहीं करता है। एक ”हो समाज” को Represent करता है।
*ONG और OM *का सच*
*वास्तव में ONG और OM , ब्रह्मण्ड में जो निरंतर आवज गूँज रही हैं वह ध्वनि है. *
*अब ब्रह्मण्ड का वह कौन सा आवाज हैं? ONG या OM . *
*आपने कभी इस पृथ्वी /धरती (जो ब्रह्माण्ड का हिस्सा है) के गुफाओं के प्रतिध्वनि (ECO ) सुना होगा। उससे कौन सा ध्वनि आता है। ONG या OM . *
*इस ब्रह्मण्ड के ध्वनि को NASA ने भी Record किया है , YOU TUBE में Available है उस ध्वनि को भी सुनिए ,आप को पत्ता चलेगा। वह आवज कौन सा है? वह आवाज ONG है , OM नहीं। *
*हमारे जीवन में इस ध्वनि का क्या महत्त्व है। *
*जब हम पूजा करते है या Meditation, तो पहले हम लोग मन को ONG या OM ( हिन्दू ) बोलकर को शांत करते हैं। *
*” HO ” लोग जो ONG को मानते हैं देवी -देवताओं या ईश्वर का नाम लेने से पहले *
*ONG ध्वनि को और हिन्दू लोग OM बोलते है . *
*इस ध्वनि से होता क्या है ? *
*जब हम ONG का ध्वनि निकालकर ध्यान ( Meditation) या पूजा करते है तो ब्रह्मण्ड के ध्वनि के साथ जितना match /resemble होगा , उतना ही जल्दी ध्वनि ( vibration) का Resonance होता और एक शक्ति (जो बड़े -बड़े चीजों को भी तोड़ सकता है ) पैदा होता है। *
*जिससे हमें शांति और सुख का अनुभव होता है। हम भौतिक दुनियादारी को भूल जाते है और हम मानसिक रूप से ताकतवर महसूस करते है। *
*इस धरती में बहुत रहस्यमय चींजें हैं जहाँ तक Science भी नहीं पहुँच पाया हैं और आदिवासी इस धरती से जुड़े हुए हैं ,प्रकृति के पूजक हैं इन रहस्यों को हमारे लोगों से ज्यादा कौन जान सकता है , बस हमें आदिवासी नजरिया ( चश्मा ) से देखना पड़ेगा।*
स्रोत – Naran Banra